सरकार ने स्वैच्छिक आधार पर कक्षा नौंवी से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूलों में शिक्षण गतिविधियां शुरू करने को लेकर कुछ दिशा-निर्देश की घोषणा की है। मगर एक सच यह भी है कि हर जगह कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब तो गांव-देहात में भी संक्रमण का प्रसार होने लगा है। ऐसे में, स्कूल खोलने का फैसला बुद्धिमानी भरा नहीं माना जाएगा। वर्तमान शैक्षणिक सत्र में ऑनलाइन क्लास ही चलनी चाहिए। यह हमारे बच्चों की जान की सुरक्षा का सवाल है। अभिभावक इसके खिलाफ अवाज उठाएंगे ही। अभी स्कूल खोलना बेहद जोखिम भरा फैसला है।
नेहा जमाल, पंजाब
साभार हिन्दुस्तान
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