कई महीनों से बंद स्कूलों की बड़ी कक्षाओं को खोने के निर्देश सरकार ने जारी कर दिए है। इस दिशा-निर्देश के मुताबिक, 21 सितंबर से नौवीं से 12वीं तक के स्कूल छात्र-छात्राओं के माता-पिता अथवा अभिभावकों की लिखित स्वीकृति से खोले जा सकेंगे। कोरोना महामारी का कहर जिस तरह से जारी है, उस पर पर्याप्त गौर करते हुए ही सरकार ने निर्देश जारी किए होंगे। सरकार का यह फैसला सुदूरवर्ती गांवों के उन बच्चों के लिए निश्चय ही सुकून भरा हैं, जिन्हें नेटवर्क की असुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। फिर, छात्र-छात्राएं अपने स्कूली जीवन को भी याद कर रहे होंगे, जिसमें पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ भरपूर मस्ती भी होती रहती है। इसलिए स्कूल खुुलने के संकेत मिलते ही अनेक विद्यार्थियों में उत्साह का संचार हुआ है। यह वक्त वैसे भी जागरूक रहने का है। यदि विद्यार्थी और अभिभावक सावधानी बरतें, तो ‘न्यू नाॅर्मल’ में शिक्षा व्यवस्था सामान्य बन सकती है।
अरविंद पाराशर, फतेहपुर, उत्तर प्रदेश
साभार हिंदुस्तान
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