संयुक्त अरब अमीरत (यूएई) में नए स्कूल वर्ष की शुरुआत की तमाम व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। स्वास्थ अधिकारियों और शिक्षा नियामकों ने विस्तृत सुरक्षा प्रोटोकाॅल की घोषणा कर दी है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वे तैयार हैं। परिवहन सेवा देने वालों ने सोशल डिस्टेंसिंग मानदंड़ो की पालना करते करते हुए अपनी कार्ययोजना की अंजाम दिया है। शिक्षा नियामकों ने अबू-धाबली, दुबई व शारजाह में सभी जरूरी इंतजामों को शामिल करते हुए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए है। शिक्षा मंत्रालय ने एक प्रोटोकाॅल का हवाला दिया है, अगर कोई बच्चा या दो बच्चे वायरस ग्रस्त पाए जाते हैं, तो कक्षाएं अस्थाई रूप से स्थानांतरित की जाएंगी। प्रोटोकाॅल के तहत जोखिम के चार परिदृश्यों की योजना बनाई गई है-निम्न मध्यम, उच्च और चरम। अगर कोरोना के मामले सात दिनों के अंदर प्रति एक लाख पर 36 तक पहुंचते हैं, तो स्कूलों को दूरस्थ शिक्षा इंतजाम के लिए कहा जाएगा। अभी ही बड़ी संख्या में अभिभावकों ने दूरस्थ शिक्षा का विकल्प चुना है और स्कूलों में जोखिम और भार को कम करेगा।
कई देशों के हाल के अनुभव बताते है कि सबसे अच्छे सुरक्षा प्रोटोकाॅल भी नाकाम हो सकते हैं। अमेरिका, जर्मनी और यूरोप के अनेक हिस्सों से छात्रों और शिक्षाकर्मियों के बीच संक्रमण की सूचनाएं आई हैं। इसलिए यूएई में सभी संबंधित पक्षों, माता-पिता, स्कूल, शिक्षा नियामक और स्वास्थय महकमे को हर हाल के लिए तैयार रहना चाहिए। सुरक्षा प्रोटोकाॅल का परीक्षण तभी होगा, जब छात्र स्कूल जाने लगेंगे। ध्यान रहे, किसी भी तरह की ढ़िलाई विनाशकारी साबित हो सकती है। वहां माता-पिता की बड़ी जिम्मेदारी है, उन्हें छोटे बच्चो को अपनी और दूसरों की सुरक्षा के बारे में सिखना होगा। महामारी की शुरुआत के बाद से यह पहला दिन होगा, जब बच्चे घर और माता-पिता से घंटों दूर रहेंगे। कई बच्चे महामारी के दौर में घर से बाहर अपने पहले दिन सा एहसास करेंगे और अपनी सुरक्षा के लिए खुद जिम्मेदार होंगे। बच्चों को पूरी तरह से सुरक्षा प्रोटोकाॅल को समझने व स्वस्थय आदतें विकसित करने में कुछ दिन तो लगा ही जाएंगे।
गल्फ न्यूज यूएई
साभार हिन्दुस्तान
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