हाईकोर्ट में सहायक समीक्षा अधिकारी सहित अन्य पदों के लिए 29 दिसंबर को होने वाली परीक्षा से पहले ही अनेक अभ्यर्थी बाहर हो गए है। उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग की ओर से जो आंकडे जारी किए है, उनसे पता चलता है कि प्रदेश के अनेक युवा परीक्षाओं को लेकर गंभीर नहीं है। अगर हम आवेदन करने और परीक्षा देने को लेकर गंभीर होंगे तभी इस प्रतियोगी युग में कुछ हासिल कर सकते है। आयोग की ओर से हाई कोर्ट में सहायक समीक्षा अधिकाी, टाइपिस्ट, अनुवादक और असिस्टेंट लाइबे्ररियन के पदों पर भर्ती की जा रही है। आयोग की ओर से ऐसे अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई है, जो परीक्षा नहीं दे पाएंगे। आयोग की ओर से वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक सहायक समीक्षा अधिकारी पद के लिए आॅनलाइन आवेदन करने वाले 1543 टाइपिस्ट पद पर आवेदन करने वाले 212 और अनुवादक पद के लिए आवेदन करने वाले 90 अभ्यर्थियों ने फीस ही जमा नहीं कराई। ऐसे में सवाल उठता है कि जब आपकों फीस ही जमा नहीं करानी थी तो आॅनलाइन आवेदन क्यों किया। अगर आपका मन इस परीक्षा में बैठने का नहीं था तो फिर आॅनलाइन आवेदन करने की जरूरत हीं नहीं थी। इससे आयोग का काम बढ़ता है और आपकी परीक्षाओं को लेकर लापरवाही जाहिर होती है। इसलिए भविष्य में जरुरी है कि आॅनलाइन आवेदन करने से पहले यह पक्का कर लें कि उक्त परीक्षा आपकों देनी है अथवा नही। आप उस परीक्षा की अर्हता पूरी करते है अथवा नहीं। अगर आपका उत्तर हां आए तभी आगे बढ़ें।
एकता अग्रवाल, खन्नानगर, हरिद्वार
साभार जागरण
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