एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल राज्य की सभी सरकारी स्कूलों को हाईटेक बनाया जा चुका है। इसके साथ ही सरकार ने करीब 141 स्कूलों को विश्वस्तरीय बनाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन दुर्भाग्यवश देश में आज भी कई सरकारी व निजी संस्थान हैं, जो इतने हाईटेक नहीं हैं। आखिर क्यों? कई राज्यों में केवल कागजों पर बच्चों का भविष्य लिखा जा रहा है। सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में मजबूत और हर मुमकिन कदम उठाने पड़ेंगे, तब कहीं हम उच्चस्तरीय शिक्षा की बात कर सकेंगे। सरकारी स्कूलों में सबसे पहले सुविधाओं और शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसके बाद ही सभी सरकारी स्कूलों को हाईटेक बनाए जाने पर जोर देना चाहिए। शिक्षा सभ्य समाज का सबसे बड़ा गुरुमंत्र है, सरकार को इस ओर खुली आंखों से देखना चाहिए।
विभाष ए जैन, पारा, मध्य प्रदेश
साभार हिन्दुस्तान
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