शिक्षा व्यवस्था

प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रयास तो काफी किए जा रहे हैं, लेकिन उसके नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं मिल रहे हैं। स्कूलों में शैक्षिक माहौल बनाना हो या शिक्षणोत्तर गतिविधियों को प्रोत्साहन अथवा पठन-पाठन को रुचिकर बनाने के बंदोबस्त, तमाम कदम उठाने के बावजूद शिक्षा की गुणवत्ता चुनौती बनी हुई है तो इसकी खास वजह भी है। दरअसल, स्कूलों में जरूरी संसाधनों की उपलब्धता, स्कूल मैपिंग के आधार पर आवश्यकता के अनुसार ही नए स्कूलों की स्थापना, पात्र शिक्षकों की नियुक्ति, प्रतिस्पर्धा और बदलते परिवेश को ध्यान में रखकर शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था, स्कूलों का नियमित मुआयना, स्कूलों के मध्य अच्छी और नई पहल को परस्पर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इसके उलट, शिक्षा महकमे की ओर से गुणवत्ता के नाम पर कई प्रयोग शुरू तो किए गए हैं, लेकिन सीमित संसाधनों में उन प्रयोगों को धरातल पर उतारने में ही हाथ-पांव फूल रहे हैं। पहले अंधाधुंध तरीके से नए स्कूल खोल दिए गए, बाद में उनमें से चुनिंदा को मॉडल स्कूल के रूप में संचालित करने की मुहिम भी अब अधर में लटक गई है। इस सूरतेहाल के बीच केंद्र सरकार की ओर से राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सक्रिय भूमिका में आना अच्छा संकेत है। अब केंद्र सरकार समग्र शिक्षा अभियान के तहत राज्य को प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर तक शिक्षा के लिए बजट तो मुहैया कराएगी, साथ में परफॉरमेंस के मुताबिक प्रदेश के सभी स्कूलों का ग्रेडिंग इंडेक्स भी तैयार होगा। इसी इंडेक्स के आधार पर राज्य का मूल्यांकन भी होगा। इस मूल्यांकन से स्कूलों में जरूरी सुविधाओं की जरूरत की पूर्ति को भी फोकस किया जा सकेगा। अभी इस विषय को समस्या के तौर पर तो चिह्नित किया जाता है, लेकिन समाधान की रूपरेखा बनाने की अनदेखी की जाती रही है। एनसीइआरटी की ओर से शिक्षकों के प्रशिक्षण का खाका तैयार करना भी ऐसा ही एक अच्छा कदम माना जा सकता है। प्रदेश में एससीइआरटी शिक्षकों के प्रशिक्षण का पूरा जिम्मा संभालती है, लेकिन प्रशिक्षण पर जितना शिद्दत से ध्यान देने की दरकार है, ऐसा हो नहीं पा रहा है। मौजूदा प्रतिस्पर्धी माहौल में शिक्षक प्रशिक्षण को बेहद गंभीरता से लिया जाना चाहिए। शिक्षाविद छात्र-छात्रओं में अध्ययन की घटती प्रवृत्ति को लेकर गाहे-बगाहे चिंता जताते रहते हैं। ऐसे में शिक्षण को रुचिकर और सुग्राहय बनाने का असर शैक्षिक माहौल पर भी दिखेगा। उम्मीद करनी चाहिए कि नए बदलाव को योजनाबद्ध और मजबूत इरादों के साथ लागू करने के आने वाले समय में बेहतर परिणाम सामने आएंगे।


साभार जागरण

Comments (0)

Please Login to post a comment
SiteLock
https://www.google.com/url?sa=i&url=https%3A%2F%2Fwww.ritiriwaz.com%2Fpopular-c-v-raman-quotes%2F&psig=AOvVaw0NVq7xxqoDZuJ6MBdGGxs4&ust=1677670082591000&source=images&cd=vfe&ved=0CA8QjRxqFwoTCJj4pp2OuP0CFQAAAAAdAAAAABAE