पिछले कुछ वर्षो में भारतीय युवा पीढ़ी के मन में देश के प्रति कुछ करने की ललक बढ़ी है। शायद यह केन्द्र सरकार द्वारा युवकों के लिए शुरू की जाने वाली योजनाओं का नतीजा है कि अब वे देश के प्रति अपनी कुछ जिम्मेदारी का अहसास कर रहे हैं। सरकार देश की युवा प्रतिभा में विदेशी आकर्षण को कम करने के लिए अनेक कोशिशें कर रही है, जिससे देश की युवा प्रतिभा का इस्तेमाल देश में ही हो सके। इसके लिए सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के समुचित विकास के लिए युवकों को आकर्षित करने का प्रयास किया है। इसके फलस्वरूप देश के युवाओं में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने और वहां रोजगार करने की एक ललक सी पैदा हुई है। इससे हमारे गांवों की दिशा और दशा दोनों ही बदलेगी। पिछले वर्षो में हैदराबाद , बेंगलुरू आदि शहरों में आइटी और साफ्टवेयर कम्पनियांे में काम करने वाले युवकों ने अपनी अच्छी खासी नौकरियां छोड़ कर गांवों की तरफ रूख किया है। ऐसा शायद उन्होंने आत्मसंतुष्टी के लिए भी किया है। क्योंकि उनका मानना है कि शहरों की जिंदगी से वे ऊब चुके हैं और अब उन्हें प्रदूषण से दूर सुकून की जिंदगी जीने का मन है।
साभार -दैनिक जागरण
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