आजादी के 70 बरस के बाद भी देश से गरीबी नहीं मिटी है। आज भी अच्छी-खासी आबादी उन लोगों की है, जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नहीं मिलती। जनसंख्या और बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ी है। मंहगाई बेकाबू हो गई है। सरकारें बदलती रही हैं, पर अमीर और अमीर होता चला गया व गरीब और ज्यादा गरीब। सबको कैसे पूर्ण शिक्षा और सस्ती चिकित्सा सुविध मिले-इस पर सरकार ध्यान दे। देश का मध्यवर्ग हर तरह से पिस्ता जा रहा है। स्वच्छ भारत के साथ ही स्वस्थ भारत और शिक्षित भारत का अभियान सरकार को चलाना चाहिए, ताकि हमारा देश पूर्ण रूप से स्वस्थ और शिक्षित बन सकें।
शकुंतला महेश नेनावा, मध्य प्रदेश
साभार हिन्दुस्तान।
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